पांडवों के अज्ञातवास के समय साध्वी द्रौपदी ने किस प्रकार कामुक कीचक से अपने सतीत्व की रक्षा की इसका मनोरंजक वर्णन है |
वैभव - इसमें कवि ने निर्वासित पांडवों की गुण गरिमा का सरस वर्णन किया है |
पांडवों की उदारता एवं उनके पराक्रम का सजीव वर्णन |
गोस्वामी तुलसीदास की धर्मपत्नी ‘रत्नावली’ जिसने तुलसी को राम भक्त बनने की प्रेरणा दी उसका पावन चरित्र इस काव्य में चित्रित है |
इस छोटे काव्य में अपने स्वाभिमान की रक्षा हेतु आन पर मर मिटने वाले राजपूत की शौर्य का वर्णन है |
इस काव्य में भीम द्वारा हिडिंबा राक्षसी को पत्नी के रुप में अपनाकर उसे प्रदान कर नई मानवता प्रदान करने का उल्लेख है |
कवि ने भगवान कृष्ण राधा यशोदा बलराम देवकी केस, कुल्ज आदि सभी पात्रों को प्रतीकात्मक आत्म संकल्प के रूप में बड़े ओजस्वीरूप में प्रस्तुत कर एक नई सशक्त शैली का आविर्भाव किया है |
भगवान गौतम बुद्ध के महान त्याग और तपस्या की विभूती में विस्मृत उनकी सती साध्वी धर्म पत्नी यशोधरा के उच्च आदर्शों में कवी ने भारतीय नारी के दर्शन किये है |
यह चरित्र प्रधान ऐतिहासिक खंड काव्य है | मध्यकालीन भारत की परिस्थितियों व वातावरण में सिद्धराज कि मानवीय दुर्बलताओं और महानता को निष्पक्ष दृष्टिकोण से चित्रित कर कवी ने यह बताया है कि सिद्धराज किस प्रकार कुप्रवर्तियो पर विजय प्राप्त कर श्रेष्ठ बना है |
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